सहरसा : बुधवार को स्टेडियम परिसर में युवा सहस्त्र वाहिनी के कार्यकर्त्ताओं के द्वारा सलखुआ थाना कांड संख्या 139/19 के अभियुक्तों की गिरफ्तारी नही होने, अभियुक्तों को पुलिस के संरक्षण में घूमने, अभियुक्तों के द्वारा पीड़िता को धमकाने को लेकर धरना दिया गया।
युवा सहस्त्र वाहिनी के अध्यक्ष शंकर कुमार की अध्यक्षता व महासचिव जावेद अनवर चांद के संचालन में आयोजित धरना को संबोधित करते हुए अध्यक्ष शंकर कुमार ने कहा कि सलखुआ थाना कांड संख्या 139/19 के अभियुक्तों की गिरफ्तारी पुलिस की मिलीभगत से नहीं कि जा रही है। केस के अभियुक्तों के द्वारा केस में मेल करने को लेकर जबरदस्ती दबाब बनाया जा रहा है। लेकिन पुलिस अभियुक्तों को पकड़ने के बदले उनसे साठगांठ कर उनको खुलेआम घूमने के लिए छोड़ दिया है। और पुलिस की साठगांठ से अभियुक्त खुलेआम घूम रहे हैं।उन्होंने कहा कि अभियुक्तों के द्वारा कहा जा रहा है कि तुम्हारी इंज्यूरी भी नही होने देंगे और न ही डीएसपी से केस को सत्य होने देंगे। मेरे पास पहुच और पैरवी दोनों है। कोई हमारा बाल भी बाका नही कर सकता है। उन्होंने कहा कि लगातार अभियुक्तों के द्वारा धमकी दिया जाय और पुलिस मौन रहे तो इसे क्या कहा जाय। पुलिस व अभियुक्तों का साठगांठ का खेल बहुत लंबा है। अभियुक्तों के द्वारा पहुच व पैसे के बल पर पुलिसिया संरक्षण में पीड़िता को लगातार केस में मेल करने की धमकी दे रहे हैं। और पुलिस मौन रहती हैं। उन्होंने कहा कि सलखुआ थाना व बनमा ओपी पुलिस के द्वारा मानवाधिकार का उल्लंघन किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि सलखुआ थाना कांड संख्या 139/19 के सभी अभियुक्तों की गिरफ्तारी व बनमा तथा सलखुआ के पुलिस पदाधिकारियों के निलंबन तक यह आंदोलन चलेगा। उन्होंने कहा कि अगर 72 घंटे के अंदर सभी अभियुक्तों की गिरफ्तारी नहीं होती है तो युवा सहस्त्र वाहिनी आमरण अनशन व सहरसा बंद करेगी। वही जावेद अनवर चांद ने कहा कि बीते दिनों 9 जून को कांड संख्या 139/19 के अभियुक्तों के द्वारा महिला व पुरुष के साथ मारपीट कर जख्मी कर दिया था। लेकिन 17 दिन बीत जाने के बाद भी अभी तक अभियुक्तों कि गिरफ्तारी पुलिस अनुसंधानकर्त्ता के द्वारा नही की गई है जो दुखद है। केेस के अभियुक्तों के द्वारा उक्त वाद को मेल करने को लेकर बराबर ही धमकी दिया जा रहा है। और कहा जा रहा हैं कि अगर केश में मेल नहीं करोगे तो अंजाम भी भुगतने के लिए तैयार रहना। हम पुनः दुबारा ऐसी घटना करेंगे। वही
छात्र जदयू के जिलाध्यक्ष गौरव बंटी ने कहा कि अभियुक्तों को इस तरह की दी गई धमकी से परिवार के लोगों में काफी दहशत का माहौल व्याप्त है और दहशत का जीवन जीने को मजबूर हैं। धरना के बाद पांच सदस्यीय शिष्टमंडल डीएम से मिलकर एक ज्ञापन सौपा और सारी बातों से अवगत कराया। डीएम ने शिष्टमंडल को अविलंब कार्रवाई का आश्वासन दिया। धरना प्रदर्शन में छात्र जदयू के जिलााध्यक्ष गौरव बंटी, मुनिनाथ झा चमन, विवेेेक गांधी, उमंग रिशु, अमित पासवान, छात्र लोजपा जिलाध्यक्ष संदीप पासवान, छात्र आईसा के संजीत कुमार, विवेक कुमार, उमंग रिशु, मुकेश कुमार, फाकीब रेहान, शहनवाज आलम, सुरेंद्र यादव, मंशु यादव, संजीत कुमार, नीतीश कुमार, सर्वेेेश कुमार, रुपेेश कुमार, सोनू कुमार, नितेश कुमार, मो. आरिफ सहित कई कार्यकर्त्ता और आमजन शामिल थे।
युवा सहस्त्र वाहिनी के अध्यक्ष शंकर कुमार की अध्यक्षता व महासचिव जावेद अनवर चांद के संचालन में आयोजित धरना को संबोधित करते हुए अध्यक्ष शंकर कुमार ने कहा कि सलखुआ थाना कांड संख्या 139/19 के अभियुक्तों की गिरफ्तारी पुलिस की मिलीभगत से नहीं कि जा रही है। केस के अभियुक्तों के द्वारा केस में मेल करने को लेकर जबरदस्ती दबाब बनाया जा रहा है। लेकिन पुलिस अभियुक्तों को पकड़ने के बदले उनसे साठगांठ कर उनको खुलेआम घूमने के लिए छोड़ दिया है। और पुलिस की साठगांठ से अभियुक्त खुलेआम घूम रहे हैं।उन्होंने कहा कि अभियुक्तों के द्वारा कहा जा रहा है कि तुम्हारी इंज्यूरी भी नही होने देंगे और न ही डीएसपी से केस को सत्य होने देंगे। मेरे पास पहुच और पैरवी दोनों है। कोई हमारा बाल भी बाका नही कर सकता है। उन्होंने कहा कि लगातार अभियुक्तों के द्वारा धमकी दिया जाय और पुलिस मौन रहे तो इसे क्या कहा जाय। पुलिस व अभियुक्तों का साठगांठ का खेल बहुत लंबा है। अभियुक्तों के द्वारा पहुच व पैसे के बल पर पुलिसिया संरक्षण में पीड़िता को लगातार केस में मेल करने की धमकी दे रहे हैं। और पुलिस मौन रहती हैं। उन्होंने कहा कि सलखुआ थाना व बनमा ओपी पुलिस के द्वारा मानवाधिकार का उल्लंघन किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि सलखुआ थाना कांड संख्या 139/19 के सभी अभियुक्तों की गिरफ्तारी व बनमा तथा सलखुआ के पुलिस पदाधिकारियों के निलंबन तक यह आंदोलन चलेगा। उन्होंने कहा कि अगर 72 घंटे के अंदर सभी अभियुक्तों की गिरफ्तारी नहीं होती है तो युवा सहस्त्र वाहिनी आमरण अनशन व सहरसा बंद करेगी। वही जावेद अनवर चांद ने कहा कि बीते दिनों 9 जून को कांड संख्या 139/19 के अभियुक्तों के द्वारा महिला व पुरुष के साथ मारपीट कर जख्मी कर दिया था। लेकिन 17 दिन बीत जाने के बाद भी अभी तक अभियुक्तों कि गिरफ्तारी पुलिस अनुसंधानकर्त्ता के द्वारा नही की गई है जो दुखद है। केेस के अभियुक्तों के द्वारा उक्त वाद को मेल करने को लेकर बराबर ही धमकी दिया जा रहा है। और कहा जा रहा हैं कि अगर केश में मेल नहीं करोगे तो अंजाम भी भुगतने के लिए तैयार रहना। हम पुनः दुबारा ऐसी घटना करेंगे। वही
छात्र जदयू के जिलाध्यक्ष गौरव बंटी ने कहा कि अभियुक्तों को इस तरह की दी गई धमकी से परिवार के लोगों में काफी दहशत का माहौल व्याप्त है और दहशत का जीवन जीने को मजबूर हैं। धरना के बाद पांच सदस्यीय शिष्टमंडल डीएम से मिलकर एक ज्ञापन सौपा और सारी बातों से अवगत कराया। डीएम ने शिष्टमंडल को अविलंब कार्रवाई का आश्वासन दिया। धरना प्रदर्शन में छात्र जदयू के जिलााध्यक्ष गौरव बंटी, मुनिनाथ झा चमन, विवेेेक गांधी, उमंग रिशु, अमित पासवान, छात्र लोजपा जिलाध्यक्ष संदीप पासवान, छात्र आईसा के संजीत कुमार, विवेक कुमार, उमंग रिशु, मुकेश कुमार, फाकीब रेहान, शहनवाज आलम, सुरेंद्र यादव, मंशु यादव, संजीत कुमार, नीतीश कुमार, सर्वेेेश कुमार, रुपेेश कुमार, सोनू कुमार, नितेश कुमार, मो. आरिफ सहित कई कार्यकर्त्ता और आमजन शामिल थे।
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