बंटी : (डेस्क न्यूज़ ) : मधेपुरा : चार वर्ष पहले यानि 2014 में मधेपुरा जिले के पहले रंगकर्मी के रूप में उज्जवल कुमार ने देश के सबसे प्रतिष्ठित संस्था- NSD (राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय) की चुनौतीपूर्ण परीक्षा में उत्तीर्णता प्राप्त कर (मात्र 26 सीटों में से एक अपने नाम कर ) बाजी मारी थी |
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फ़ाइल फोटो। |
उज्जवल की तमन्ना थी की एनएसडी से निकलने के बाद वह कोसी अंचल की संस्कृति को नई पहचान देने का प्रयास करेगा |बता दें कि उज्जवल का वह सपना अब पुर्णतः आकार लेता हुआ मधेपुरा के साथ-साथ सुबे बिहार को अंतर्राष्ट्रीय पहचान दिलाने के लिए कदम बढ़ा चुका है | एनएसडी नई दिल्ली से नाट्यकला में पीजी डिप्लोमा की डिग्री प्राप्त करने के बाद मधेपुरा का बेटा उज्जवल कुमार अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपने निर्देशन की बारीकियों का लोहा मनवा रहा है | तभी तो अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आयोजित होने जा रहे ‘आठवें थिएटर ओलंपिक्स’ में उज्जवल कुमार द्वारा निर्देशित नाटक’01-12-58’ को भी शामिल किया गया है जिसकी प्रस्तुति 8 अप्रैल 2018 को अभिमंच ऑडिटोरियम, नई दिल्ली में होने जा रही है |यह भी जानिये कि इस थिएटर ओलंपिक्स में देश-विदेश की नाटकों को शामिल किया जाता है | मधेपुरा के उज्जवल द्वारा निर्देशित नाटक’01-12-58’ लक्ष्मणपुर बाथे में हुए जनसंघार पर आधारित है | इस वर्ष आठवां थियेटर ओलंपिक्स का आयोजन 17 फरवरी से 8 अप्रैल तक होगा जिसमें 8 अप्रैल को उज्जवल के इस नाटक की प्रस्तुति होगी|
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