पटना [राज्य ब्यूरो]। पिछले लोकसभा चुनाव के अनुभव से सबक लेकर जदयू हर बूथ पर अपने पांच सक्रिय सदस्य तैयार रखने के प्रयास में है।
साल के अंत तक यह लक्ष्य पूरा कर लेना है। प्रदेश में इस समय 62 हजार बूथ हैं, जिनके लिए पार्टी को 3.10 लाख सक्रिय सदस्यों की आवश्यकता पड़ेगी। फिलहाल जदयू ने 1.56 लाख सक्रिय सदस्य बना लिए हैं।
सूत्रों ने बताया कि प्रदेश में अबतक पार्टी के 39 लाख प्राथमिक सदस्य बने हैं। कम से कम 25 सदस्य बनाने वाले को सक्रिय सदस्य का दर्जा मिलता है। हर बूथ पर पांच सक्रिय सदस्य बनाने के लक्ष्य को पूरा करने के लिए मौजूदा संख्या से दोगुना यानी 3.10 लाख सक्रिय सदस्य चाहिए।
फिलहाल इतनी संख्या में सक्रिय सदस्य बनाना संभव नहीं है। ऐसे में पार्टी ने निर्णय लिया है कि आवश्यकता पडऩे पर प्राथमिक सदस्यों को भी बूथ एजेंट बनाने के लिए तैयार रखा जाए। दरअसल, 2014 के लोकसभा चुनाव में करीब 30 प्रतिशत बूथों पर ही पार्टी के एजेंट मौजूद थे, जिसके कारण जदयू को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा था।
यह पहला मौका था जब जदयू किसी अन्य पार्टी से तालमेल के बिना अकेले चुनाव में उतरा था। हालांकि अगला लोकसभा चुनाव 2019 में होना है लेकिन जदयू बूथ स्तर तक अपनी तैयारी को इस साल के अंत तक पूरा कर लेना चाहता है। सक्रिय सदस्यों की किसी खास बेल्ट की जगह हर क्षेत्र में उपलब्धता के लिए पार्टी ने सक्रिय सदस्य बनाने के लिए विशेष दिशा-निर्देश भी जारी किए थे।
सक्रिय सदस्य बनने के लिए इस बार यह शर्त है कि वह उसी क्षेत्र में 25 प्राथमिक सदस्य बनाएं जहां वोटर लिस्ट में उनका नाम दर्ज है। पहले यह छूट थी कि सक्रिय सदस्य बनने के लिए किसी भी जगह प्राथमिक सदस्य बनाकर 25 की न्यूनतम संख्या को पूरा कर सकते हैं।
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