आकाश यादव : पटना: लोजपा दलित सेना के बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर जयंती समारोह में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने लालू परिवार पर जमकर हमला बोला। उन्होंने आरक्षण को लेकर कहा कि किसी में दम नहीं कि आरक्षण खत्म कर दे। इसके नाम पर हौवा खड़ा किया जा रहा है। उन्होंने नाम लिये बगैर लालू प्रसाद को कटघरे में खड़ा किया।
उन्होंने कहा कि 15 वर्षों तक पति-पत्नी ने शासन किया। दलितों के लिए क्या किया? तब दलितों की याद नहीं आई। लालू प्रसाद ने पंचायतों में आरक्षण क्यों नहीं दिया? आज आरक्षण के हिमायती बन रहे हैं। हमारी सरकार बनी तो हमने पंचायतों में आरक्षण का प्रावधान किया। वर्ष 2005-06 में दलित छात्रों पर महज 32 करोड़ खर्च होते थे, आज 428 करोड़ खर्च हो रहे। एससी कल्याण विभाग का बजट मात्र 40 करोड़ का था और आज 1550 करोड़ का है।
इसके अलावा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने ऐलान किया कि महादलितों को मिलने वाली तमाम सुविधाएं और उनकी योजनाओं का लाभ अब सारे दलितों को मिलेगा। अब इसकी परिधि से कोई बाहर नहीं होगा। अबतक पासवान समाज के लोग इस लाभ से वंचित थे। लोजपा के प्रदेश अध्यक्ष पशुपति पारस ने पासवान वर्ग के लिए महादलित वाली सुविधाएं मांगी थीं।
सीएम ने चौकीदारों व दफादारों को भी सौगात दी। उन्होंने कहा कि वे रिटायरमेंट के 4 माह पहले लिखकर देंगे तो उनके परिजन को उनकी जगह नियुक्त किया जाएगा। सीएम ने उनके पोशाक भत्ते को भी बढ़ाने की घोषणा की। अब चौकीदारों को हर साल 3 हजार की जगह 4 हजार और दफादारों को 8 हजार रुपए मिलेंगे। सीएम ने एससी-एसटी-पिछड़े-अति पिछड़े-अल्पसंख्यक छात्रावास में रहनेवालों को बीपीएल दर पर अनाज देने व उन्हें विशेष आर्थिक सहायता देने का एेलान किया। यह छात्रवृत्ति से अलग होगा।
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