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शनिवार, 14 अप्रैल 2018

जल्द बिछेगी रेलवे लाइन, मुआवजा मिलना शुरू।

 ★ 03 गावों के 29 प्रभावितों को बांटे मुआवजा राशि के चेक
★ 04 गावों के प्रभावितों को जल्द बांटी जाएगी मुआवजा राशि
★ 10 किलोमीटर एरिया में चिह्नित 10 गांवों की 315 बीघा जमीन रेलवे विभाग के नाम दर्ज
TODAY JAGRAN : संवाददाता : बिलासपुर : जिला बिलासपुर की पंजाब सीमा पर जल्द ही रेलवे लाइन बिछाने के लिए प्रक्रिया शुरू की जाएगी। सर्वे के मुताबिक सीमावर्ती क्षेत्र के 10 किलोमीटर एरिया में चिह्नित 10 गांवों की 315 बीघा जमीन रेलवे विभाग के नाम दर्ज हो चुकी है। जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया पूरी करने के बाद प्रभावितों को मुआवजा राशि के चेक बांटने की कवायद शुरू हो गई है। इसके तहत अभी तक छह गांवों के 99 प्रभावितों को मुआवजा राशि प्रदान की जा चुकी है और शेष चार गांवों के प्रभावितों को भी जल्द ही मुआवजा राशि के चेक बांटने की प्रक्रिया पूरी होगी। कार्य शुरू करने के लिए जल्द रेलवे विकास निगम टेंडर आमंत्रित करेगा।
नायब तहसीलदार (रेलवे) सुंदरलाल रनोट ने बताया कि वीरवार को तीन गांवों के 29 प्रभावितों को कोटखास पंचायत में एसडीएम सदर प्रियंका वर्मा के माध्यम से मुआवजा राशि के चेक बांटे गए। इसके तहत कोटखास के छह प्रभावितों को 84.36 लाख, झीड़ा के आठ प्रभावितों को 2.02 करोड़ और बेहरड़ा के 15 प्रभावितों को 1.52 करोड़ रुपये की राशि प्रदान की गई। इस मौके पर कानूनगो जीतराम शर्मा, प्रेमलाल, नायब तहसीलदार स्वारघाट दौलतराम ठाकुर और रेलवे विकास निगम चंडीगढ़ की ओर से सीनियर इंजीनियर (वर्कस) नरेश कुमार मौजूद रहे।
सुंदरलाल ने बताया कि शेष चार गांवों के प्रभावितों को भी जल्द मुआवजा राशि के चेक बांटे जाएंगे। यह कार्य 10 किलोमीटर एरिया में पूरा किया जाएगा और उसके बाद सर्वेक्षण के तहत आगे का कार्य चलेगा। इस तरह सर्वेक्षण के आधार पर इस कार्य को चरणवद्ध तरीके से पूरा किया जाएगा। सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है भानुपल्ली-बिलासपुर-बरमाणा रेलवे लाइन
सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण भानुपल्ली-बिलासपुर-बैरी-बरमाणा रेलवे लाइन को लेकर प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। सीमांत क्षेत्र के 10 किलोमीटर एरिया में रेल पटरी निर्माण के लिए चिह्नित किए गए 10 राजस्व गांवों के प्रभावित लोगों को मुआवजा राशि प्रदान की जा रही है। सबसे पहले तीन गांवों जंडौरी, नंदबैहल और नीलां के 70 लोगों को चेक बांटे गए थे, जबकि वीरवार को तीन गांवों कोटखास, झीड़ा और बेहरड़ा के 29 प्रभावितों को चेक बांटे गए हैं। जबकि शेष चार गांवों दबट-मजारी, कांगुवाली और टोबा संगवाणा तथा धरोट के प्रभावितों को भी चेक बांटे जाएंगे। दस गांवों के प्रभावितों को 106 करोड़ रुपये की मुआवजा राशि प्रदान की जाएगी। जंडौरी में बनेगी एक किलोमीटर लंबी सुरंग
इस रेल लाइन की पहली टनल जंडौरी में बनेगी और इसकी लंबाई करीब एक किलोमीटर होगी। योजना के तहत जंडौरी में टनल का निर्माण किया जाएगा और टनल के रास्ते यह लाइन हिमाचल की सीमा में प्रवेश करेगी। जिला प्रशासन द्वारा जमीन का अधिग्रहण पंजाब की सीमा से सटे बिलासपुर के जंडौरी, दबट-मजारी, बेहरड़ा, कांगूवाली, झीड़ा, कोटखास, नंदबैहल, टोबा-संगवाणा, नीलां, लखनू व धरोट में भू-अधिग्रहण का कार्य किया गया है जिन्हें अब मुआवजा राशि जारी की जाएगी।

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