रोहन कुमार : (संवाददाता) : भोपाल :
भोपाल। चुनावी सभा को संबोधित करने कोलारस विधानसभा में गए सीएम शिवराज सिंह चौहान के नजदीक से कुछ ही देर के अंतर पर 2 बार खतरा टला। यहां सबसे पहले तो उनके रथ पर बिजली का तार गिरा। उसके बाद जब वे आमसभा को संबोधित कर रहे थे तो उसी समय एक युवक चाकू छुपाकर उनके नजदीक जा पहुंचा। इससे पहले कि कोई अनहोनी हो पाती, पुलिस ने उसे दबोच लिया।
ज्ञात हो कि बीते रोज भाजपा सांसद प्रभात झा ने एक कांग्रेसी नेता से जान का खतरा होने का आरोप लगाया था। मामला कोलारस विधानसभा के भैरों की राई गांव का है। यहां आमसभा का आयोजन किया गया था।
ज्ञात हो कि बीते रोज भाजपा सांसद प्रभात झा ने एक कांग्रेसी नेता से जान का खतरा होने का आरोप लगाया था। मामला कोलारस विधानसभा के भैरों की राई गांव का है। यहां आमसभा का आयोजन किया गया था।
हरकतें संदिग्ध..
जिस समय मुख्यमंत्री भाषण दे रहे थे, ठीक उसी समय एक युवक मंच के पास जा पहुंचा। उसकी हरकतें संदिग्ध थीं। पुलिस ने उसे तत्काल काबू कर लिया। युवक को नाम अजय विश्वकर्मा बताया गया है।
पुलिस ने युवक के खिलाफ आर्म्स एक्ट के तहत मामला दर्ज कर लिया है। ग्रामीणों का कहना है कि उसके पास देसी पिस्तौल थी,परंतु पुलिस ने बताया कि उसके पास से धारदार चाकू बरामद हुआ है।
इस मामले में पुलिस ने अभी तक यह स्पष्ट नहीं किया है कि अजय विश्वकर्मा मंच के पास हथियार लेकर क्यों आया था। युवक ने क्या बयान दिए और इसके पीछे कोई राजनैतिक कारण तो नहीं। बता दें कि मप्र में सीएम शिवराज सिंह का काफी विरोध भी है।
इसके अलावा कोलारस में जातिवाद की राजनीति के चलते किसी भी संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता।
बिजली का तार गिरा...
वहीं इससे पहले मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान एक बड़े हादसे से बाल-बाल बच गए। उनके लिए तैयार किए गए रथ पर बिजली का तार गिर गया। जिस समय यह हादसा हुआ सीएम शिवराज सिंह रथ में सवार नहीं थे। इस हादसे के बाद बिजली कंपनी की बड़ी लापरवाही सामने आ गई है। वहीं पहले बिजली कंपनियां अक्सर ऐसे मामलों में हादसों के शिकार लोगों को ही जिम्मेदार बताती रहती है।
वहीं इससे पहले मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान एक बड़े हादसे से बाल-बाल बच गए। उनके लिए तैयार किए गए रथ पर बिजली का तार गिर गया। जिस समय यह हादसा हुआ सीएम शिवराज सिंह रथ में सवार नहीं थे। इस हादसे के बाद बिजली कंपनी की बड़ी लापरवाही सामने आ गई है। वहीं पहले बिजली कंपनियां अक्सर ऐसे मामलों में हादसों के शिकार लोगों को ही जिम्मेदार बताती रहती है।
मामला कोलारस विधानसभा क्षेत्र का है। चुनाव प्रचार में पहुंचने से पहले प्रदेश के मुख्यमंत्री की सभा ग्राम खरई में होने वाली थी जिसमे मुख्यमंत्री पहुंचने वाले थे। इससे पहले उनका वाहन सभा स्थल पहुंचा।
जहां सभा स्थल के पास बिजली की लाइन से वाहन टकरा गया जिससे बिजली का तार मुख्यमंत्री के वाहन पर गिर गया। जिससे अफरा तफरी मच गई और गनीमद यह रही कि इस हादसे में कोई हताहत नहीं हुआ।
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