बंटी : (संवाददाता) : बिहार की राजनीति में जीतन राम मांझी के एक बार फिर पलटी मारने से NDA में फिर से गतिरोध उत्पन्न हो गया है वैसे तो जीतन राम मांझी ने अपने बयान में इस बात को स्पष्ट किया है कि उन्हें कोई आपत्ति नहीं है NDA जो फैसला करें उन्हें मंजूर होगा इसके बावजूद जिस तरह से उनके बयान बार-बार बदल रहे हैं वह NDA के लिए अच्छे संकेत नहीं है माझी के पब्लिक डोमेन में बयान आने के बाद एक बार फिर से बिहार की राजनीति में चर्चा का बाजार गर्म हो गया है।
फ़ाइल फ़ोटो |
जैसा कि आप सभी जानते हैं उपेंद्र कुशवाहा के बाद जीतन राम मांझी ने जहानाबाद सीट पर अपनी दावेदारी को लेकर काफी कुछ कहा और अज्ञातवास तक ले लिया था उसके बाद प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष नित्यानंद राय उनके आवास पर मिलने भी गए थे मुलाकात के बाद सब कुछ ठीक होने का दोनों तरफ से दावा किया गया था कल नित्यानंद राय केंद्रीय नेतृत्व के पास अंतिम निर्णय के लिए दिल्ली गए तब तक सब कुछ ठीक होने का दावा किया जा रहा था इस बीच जीतन राम मांझी द्वारा दिए गए बयान के बाद से एक बार फिर सब कुछ उलझा हुआ नजर आ रहा है।
उपचुनाव को लेकर बिहार में जितनी राजनीति देखने को मिली उसने शायद आम चुनाव में भी देखने को नहीं मिलती सीटों को लेकर चल रहा है गतिरोध समाप्त होने का नाम नहीं ले रहे हैं अंतिम समय तक यह स्पष्ट नहीं हो पा रहा है की 2 विधानसभा और एक लोकसभा की सीट पर NDA का कौन सा दल प्रत्याशी खड़ा करेगा।
आपको बता दें के उपचुनाव को लेकर दूसरी तरफ महागठबंधन मैं सीटों को लेकर तालमेल हो गया है इसके तहत 2-1 का फार्मूला तय किया गया है। राष्ट्रीय जनता दल जहानाबाद विधानसभा और अररिया लोकसभा की सीट पर अपना उम्मीदवार खड़ा करेगा वहीं भभुआ सीट भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के हिस्से में गई है अब देखना होगा कि जीतन राम माझी के इस नए पैतरे से कौन सा विस्फोट होता है वैसे सूत्रों से जानकारी मिल रही है उसके अनुसार तीनों सीट पर भाजपा अपना प्रत्याशी खड़ा करेगी।
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