मोहम्मद शाहिद : (संवाददाता) : शिया धर्मगुरु और अल्ला इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के उपाध्यक्ष मौलाना कल्वे सादिक ने राममंदिर को लेकर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि अयोध्या में राम मंदिर की जगह विद्यामंदिर का निर्माण होना चाहिए. उन्होंने पहले कहा कि “मंदिर जरुर बने.” पर तुरंत ही अपने बयान से पलटते हुए कहा कि “मंदिर न बने विद्यामंदिर बने।
इस दौरान मौलाना कल्वे सादिक ने नदवी की आर्ट ऑफ़ लिविंग के संस्थापक श्रीश्री रविशंकर से मुलाकात के बाद बाबरी मस्जिद को कहीं और ले जाने वाले सुझाव पर अपना मत देने से मना कर दिया. बता दें कि नदवी के इस सुझाव के बाद उन्हें बोर्ड से बर्खास्त कर दिया गया है.बाराबंकी में एक निजी चैनल से बातचीत के दौरान कल्वे सादिक ने कहा कि “ मेरी राय में अयोध्या में बिद्यामंदिर का निर्माण होना चाहिए. अब अब तक राम मंदिर का मुद्दा सुलझ जाना चाहिए था. लेकिन यह तभी सुलझेगा जब लोग चाहेंगे.”
हालांकि इस दौरान उन्होंने कहा कि “ मुस्लिमों को ईसाईयों से सिखने की जरुरत है. जहां कहीं भी चर्च होता है वहां स्कूल जरुर होते हैं. आपने कितनी मस्जिदें देखी हैं जहां स्कूल है? स्कूल का मतलब आधुनिक शिक्षण संस्थान से है. आज धार्मिक और आधुनिक शिक्षा समय की मांग है. मुस्लिमों को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि मस्जिद के सात आधुनिक शिक्षण संस्थान का भी निर्माण ही. इसका स्वागत हिंदू भी करेंगे।
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